Wednesday 23 September 2020

नागेपुर में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में महिलाओं ने जाना अपना अधिकार।

महिलाओं ने भरी हुंकार अब ना सहेंगें अत्याचार

आदर्श ग्राम नागेपुर के आशा ट्रस्ट केंद्र पर बुधवार को महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए आयोजित एकदिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। आशा ट्रस्ट व लोक समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में महिलाओं को घरेलू हिंसा, लैंगिक भेदभाव व उनके स्वास्थ्य के बारे में बताया गया। प्रशिक्षक के रूप में आये महिला चेतना समिति की शर्मिला ने महिलाओं के अधिकार पर जानकारी दिया। उन्होंने समूह चर्चा के माध्यम से बताया कि कैसे परिवार में उनके साथ शिक्षा, स्वास्थ्य व खानपान तक में जेण्डर आधारित भेदभाव किया जाता हैं। शिविर में फिल्म और चार्ट के माध्यम से उन्हें समझाया गया कि लड़कियों की कम उम्र में शादी कर देने से भी उनके स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है आये दिन उन्हें घरेलू हिंसा का सामना करना पड़ता है। घर में साफ सफाई कमी, खुले में शौच करने,मासिक समय के दौरान ठीक से ध्यान नही देने पर बहुत सी संक्रामक बीमारी हो सकती है, और जरा सी लापरवाही करने पर जानलेवा भी हो जाती है।
शिविर में महिलाओं ने घरेलू हिंसा का पुरजोर विरोध करने संकल्प लिया, और कहा कि परिवार द्वारा अगर उनके ऊपर किसी भी प्रकार का हिंसा करते है तो उनका वे पुरजोर विरोध करेगी। वे महिला हिंसा, बाल विवाह के खिलाफ तथा घर में शौचालय बनाने और स्वच्छता के लिये गाँव की महिलाओं और लड़कियों के साथ मिलकर स्वच्छता अभियान चलायेंगी।
शिविर के अंतिम सत्र में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा लड़कियों और महिलाओं के स्वास्थ्य और सुरक्षा से सम्बंधित चलाये जा रहे विभिन्न सरकारी योजनाओं व हेल्पलाइन नंबर की जानकारी दिया गया।
शिविर में नागेपुर और आसपास के गांवो से कुल 60 महिलाओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का संयोजन आशा ट्रस्ट किशोरी संगठन की संयोजिका सोनी और अनीता ने किया। कार्यक्रम में मुख्य रूप से सोनी राजकुमारी,बेबी,चन्द्रकला,मधुबाला, आशा,अनीता,सरोज, सीमा, पंचमुखी आदि लोग शामिल रहे। अध्यक्षता आशा राय ने किया।







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